कोशिका क्या है? जंतु कोशिका पादप कोशिका का चित्र

कोशिका क्या है (jantu koshika padap koshika ka chitra):- कोशिका, जिसे अंग्रेजी में सेल (Cell) कहा जाता है, जीवन की मूलभूत और संरचनात्मक इकाई है, जो सभी ज्ञात जीवित जीवों में पाई जाती है। यह अपने आप में जीवन को बनाए रखने और उसे संचालित करने में सक्षम एक सूक्ष्म, आत्मनिर्भर इकाई है। 

सरल शब्दों में, कोशिका एक प्रकार का सूक्ष्म कक्ष या कमरा है जो कि एक जीव के शरीर को बनाता है, ठीक वैसे ही जैसे कि ईंटें मिलकर एक इमारत का निर्माण करती हैं। कोशिकाएँ जीवों की संरचना, कार्य और वृद्धि के लिए जिम्मेदार होती हैं। 

यह आनुवंशिक सामग्री (डीएनए या आरएनए) रखती है जो जीव के विकास, प्रजनन और कार्यों को निर्देशित करती है। कोशिकाओं को दो मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है: प्रोकैरियोटिक कोशिकाएँ (जैसे बैक्टीरिया और आर्किया) जिनमें एक झिल्ली-बद्ध नाभिक का अभाव होता है, और यूकेरियोटिक कोशिकाएँ (जैसे पौधे, जानवर, कवक, और प्रोटिस्ट) जिनमें एक परिभाषित नाभिक और अन्य झिल्ली-बद्ध कोशिकांग होते हैं, जैसे माइटोकॉन्ड्रिया, गोल्गी उपकरण और एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम। 

ये कोशिकांग विभिन्न कार्यों को करने के लिए जिम्मेदार होते हैं जैसे ऊर्जा उत्पादन, प्रोटीन संश्लेषण और अपशिष्ट का निष्कासन। प्रत्येक कोशिका एक जटिल और गतिशील इकाई है जो विभिन्न जैविक प्रक्रियाओं को संपादित करती है ताकि जीव जीवित रह सके और अपने पर्यावरण के अनुकूल हो सके। कोशिका 

जीव विज्ञान (Cell Biology) के अध्ययन में कोशिकाओं की संरचना, कार्य, व्यवहार और अंतःक्रियाओं का गहन विश्लेषण किया जाता है, जो चिकित्सा विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी और अन्य वैज्ञानिक क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है।


जंतु कोशिका

जंतु कोशिका, या एनिमल सेल, एक यूकेरियोटिक कोशिका है जिसमें विशिष्ट कोशिकांग होते हैं जो विशिष्ट कार्य करते हैं। पादप कोशिका के विपरीत, इसमें कोशिका भित्ति, क्लोरोप्लास्ट और बड़े रिक्तिकाएँ नहीं होती हैं। 

jantu koshika ka chitra
जंतु कोशिका का चित्र

जंतु कोशिका की संरचना में कोशिका झिल्ली, केंद्रक, साइटोप्लाज्म, माइटोकॉन्ड्रिया, राइबोसोम, गॉल्जी उपकरण, अंतर्द्रव्यी जालिका (एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम) और लाइसोसोम शामिल हैं, जो सामूहिक रूप से जीव के जीवन के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं को सुचारू रूप से संचालित करने में मदद करते हैं। 

कोशिका झिल्ली कोशिका को बाहरी वातावरण से अलग करती है और पदार्थों के परिवहन को नियंत्रित करती है, जबकि केंद्रक में आनुवंशिक पदार्थ (डीएनए) होता है जो कोशिका के कार्यों को निर्देशित करता है। माइटोकॉन्ड्रिया ऊर्जा उत्पादन के लिए जिम्मेदार हैं, और राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।


जंतु कोशिका के उदाहरण

  • मानव कोशिका (Human Cell)
  • तंत्रिका कोशिका (Nerve Cell)
  • मांसपेशी कोशिका (Muscle Cell)
  • लिवर कोशिका (Liver Cell)
  • रक्त कोशिका (Red Blood Cell, White Blood Cell)
  • एमीबा (Amoeba) – एककोशिकीय जंतु


पादप कोशिका का चित्र

padap koshika ka chitra
पादप कोशिका का चित्र

पादप कोशिका, वनस्पति जगत की आधारभूत इकाई है, जो विशेष संरचनाओं और कार्यों से सुसज्जित होती है। इसकी प्रमुख विशेषताओं में कोशिका भित्ति, हरित लवक (क्लोरोप्लास्ट) और रिक्तिका (वैक्यूओल) शामिल हैं। कोशिका भित्ति पादप कोशिका को आकार और सुरक्षा प्रदान करती है, जबकि हरित लवक प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया द्वारा ऊर्जा का उत्पादन करते हैं। 

रिक्तिका कोशिका के अंदर जल, पोषक तत्वों और अपशिष्ट पदार्थों का भंडारण करती है, साथ ही कोशिका के आंतरिक दबाव को बनाए रखने में भी सहायक होती है। पादप कोशिकाएँ बहुकोशिकीय पौधों का निर्माण करती हैं और पृथ्वी पर जीवन के लिए आवश्यक ऊर्जा का स्रोत हैं।


पादप कोशिका के उदाहरण

  • प्याज की कोशिका (Onion Cell)
  • पत्तियों की कोशिका (Leaf Cell)
  • जड़ की कोशिका (Root Cell)
  • फल और फूलों की कोशिका
  • शैवाल (Algae) की कोशिका
  • फर्न (Fern) की कोशिका

पादप कोशिका और जन्तु कोशिका में अंतर लिखिए 

पादप कोशिका (Plant Cell) और जन्तु कोशिका (Animal Cell) दोनों ही यूकेरियोटिक कोशिकाएं हैं, यानि कि उनमें एक सुस्पष्ट केन्द्रक (nucleus) और झिल्ली-बद्ध कोशिकांग (membrane-bound organelles) पाए जाते हैं, परन्तु उनकी संरचना और कार्य में महत्वपूर्ण अंतर विद्यमान हैं। 

पादप कोशिका में कोशिका भित्ति (cell wall) नामक एक कठोर संरचना पाई जाती है जो सेलूलोज़ (cellulose) से बनी होती है और कोशिका को आकार प्रदान करने के साथ-साथ बाहरी आघातों से भी रक्षा करती है, जबकि 

जन्तु कोशिका में कोशिका भित्ति अनुपस्थित होती है। 

पादप कोशिकाओं में हरितलवक (chloroplasts) नामक कोशिकांग होते हैं जो प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया द्वारा सूर्य के प्रकाश को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, जबकि 

जन्तु कोशिकाएं इस प्रक्रिया को करने में असमर्थ होती हैं और उन्हें पोषण के लिए अन्य जीवों पर निर्भर रहना पड़ता है। इसके अतिरिक्त, 

पादप कोशिकाओं में आमतौर पर एक बड़ा रिक्तिका (vacuole) पाया जाता है जो जल, पोषक तत्वों और अपशिष्ट पदार्थों को संग्रहित करने का कार्य करता है, जबकि 

जन्तु कोशिकाओं में रिक्तिकाएं छोटी और कई बार अनुपस्थित भी हो सकती हैं। 

जन्तु कोशिकाओं में सेंट्रोसोम (centrosome) नामक एक संरचना पाई जाती है जो कोशिका विभाजन (cell division) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जबकि 

पादप कोशिकाओं में सेंट्रोसोम अनुपस्थित होता है। 

इन संरचनात्मक और कार्यात्मक अंतरों के कारण पादप और जन्तु कोशिकाएं अलग-अलग कार्यों को करने में सक्षम होती हैं और जीवित जीवों की विविधता में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।