मॉडल स्कूल का पूरा नाम क्या है "मॉडल स्कूल" का पूरा नाम आमतौर पर "मॉडल स्कूल" ही होता है, क्योंकि यह एक आम नाम है जो विभिन्न स्कूलों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, भारत में विभिन्न राज्यों में या किसी विशेष क्षेत्र में अलग-अलग मॉडल स्कूल हो सकते हैं, जिनका अपना विशिष्ट नाम हो सकता है।
आपको बता दें की राज्य में मॉडल स्कूलों की स्थापना वर्ष 2011-12 में की गई है। इन स्कूल को बेंचमाक्र के रूप में विकसित किये जाने की योजना थी। इसकी अंतर्गत प्रदेश में शैक्षिक रूप से पिछड़े सभी 201 विकासखंडों में मॉडल स्कूल संचालित है
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मॉडल स्कूल का पूरा नाम क्या है |
ये मॉडल स्कूल ग्रामीण क्षेत्रो में निवासरत प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त अध्ययन सुविधा उपलब्ध कराने में सफल रहे है। वर्ष 2016-17 से प्रत्येक कक्षा में अधिकतम 100 सीट निर्धारित की गई है। कक्षा 9वीं में प्रवेश चयन परीक्षा के माध्यम से किया जाता है। इन स्कूलों में वर्तमान में कक्षा 9 से 12वी तक कक्षाएं संचालित है
मॉडल स्कूल योजना का उद्देश्य
मॉडल स्कूल योजना का उद्देश्य भारत में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना और सभी छात्रों के लिए उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान करना है। यह योजना विशेष रूप से निम्नलिखित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बनाई गई है:
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शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार: छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देने के लिए स्कूलों के बुनियादी ढांचे और शैक्षणिक कार्यक्रमों को सुदृढ़ करना।
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सुविधाओं में वृद्धि: अच्छे बुनियादी ढांचे, पुस्तकालय, प्रयोगशालाएं और खेल के मैदान जैसी सुविधाओं के साथ मॉडल स्कूलों की स्थापना करना।
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अध्यापकों का विकास: शिक्षकों के प्रशिक्षण और विकास पर ध्यान केंद्रित करके गुणवत्ता बढ़ाना।
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समावेशिता: सभी विद्यार्थियों, विशेषकर कमजोर और पिछड़े वर्गों के लिए समान अवसर प्रदान करना।
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नवाचार और प्रौद्योगिकी का उपयोग: शिक्षा में नवाचार और नई प्रौद्योगिकियों को अपनाना और उन्हें छात्रों की सीखने की प्रक्रिया में एकीकृत करना।
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छात्रों का समग्र विकास: छात्रों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास पर ध्यान केंद्रित करना, ताकि वे एक सफल नागरिक बन सकें।
यह योजना शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इसका उद्देश्य एक मॉडल स्थापित करना है, जो अन्य स्कूलों के लिए एक उदाहरण बने।
मॉडल स्कूल को मॉडल स्कूल क्यों कहते है
मॉडल स्कूल को "मॉडल" इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये स्कूल ऐसे मानक स्थापित करने के लिए बनाए गए हैं जिन्हें अन्य स्कूलों द्वारा अपनाया जा सकता है। इनके बीच के कुछ मुख्य कारण हैं:
उच्च शैक्षणिक मानक: मॉडल स्कूलों में शिक्षण और पाठ्यक्रम की गुणवत्ता उच्च होती है, जो इसे अन्य स्कूलों के लिए एक उदाहरण बनाती है।
सुविधाओं का एकीकरण: ये स्कूल अत्याधुनिक सुविधाओं जैसे प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, खेल के मैदान, और तकनीकी संसाधनों से सुसज्जित होते हैं, जो छात्रों के समग्र विकास में मदद करते हैं।
शिक्षकों का प्रशिक्षण: इन स्कूलों में शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम होते हैं, जिससे वे नवीनतम शैक्षणिक पद्धतियों और तकनीकों से अपडेट रहते हैं।
समावेशिता और समानता: मॉडल स्कूल विभिन्न सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमियों से आए छात्रों को समान अवसर प्रदान करते हैं, जिससे शिक्षा में समावेशिता बढ़ती है।
समग्र विकास पर ध्यान: ये स्कूल न केवल शैक्षणिक बल्कि खेल, कला और व्यक्तित्व विकास पर भी ध्यान केंद्रित करते हैं, जिससे छात्रों का समग्र विकास होता है।
इसीलिए, मॉडल स्कूल एक आदर्श (मॉडल) के रूप में स्थापित होते हैं, ताकि अन्य स्कूल उनकी जड़ों से प्रेरित होकर सुधार कर सकें।