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फिजिओथेरपी कोर्स (Physiotherapy Courses): प्रवेश, योग्यता, कॉलेज, जॉब, सैलरी

Physiotherapy course in hindi:- भारत में कोई भी स्टूडेंट जो दसवीं के बाद साइंस स्ट्रीम में बायोलॉजी के साथ बाहरवीं पास करता है, वह डॉक्टर बनने के ही सपना देखता है। लेकिन हर किसी स्टूडेंट का एमबीबीएस करने का सपना पूरा नहीं हो पाता है। मगर ऐसे स्टूडेंट्स को निराश होने की ज़रूरत नहीं है। ऐसे स्टूडेंट्स चाहें तो फिजिओथेरपी कोर्स में एडमिशन लेकर भी अपना मेडिकल लाइन में जाने का सपना पूरा कर सकते हैं। 

इस ब्लॉग physiotherapy course in hindi में आपको फिजिओथेरपी कोर्स के बारे में विस्तार से बताया गया है। पूरी जानकारी के लिए ब्लॉग को पूरा पढ़ें।

फिजिओथेरपी कोर्स के छात्रों को शारीरिक चिकित्सा और शारीरिक संवाद की क्षमता विकसित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। इस कोर्स के तहत छात्रों को शारीरिक दुर्बलता, घावों के दौरान देखभाल, व्यायाम और उचित उपचार के बारे में संपूर्ण ज्ञान प्राप्त होता है। इसके लिए छात्रों को विभिन्न मानव शारीर विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान और रीहैबिलिटेशन प्रक्रियाओं के संबंध में शिक्षा दी जाती है।

फिजियोथैरेपी कोर्स - Physiotherapy course in hindi 

फिजियोथैरेपी कोर्स एक मेडिकल कोर्स है जो शारीरिक चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्रदान करता है। यह कोर्स छात्रों को रोगप्रतिरोधी शक्ति को बढ़ाने के लिए विभिन्न शारीरिक उपचार तकनीकों का अध्ययन कराता है, जैसे कि एक्सरसाइज थेरेपी, मानसिक स्थिति की शारीरिक प्रभावना, इलेक्ट्रोथेरेपी और शारीरिक उपचारों का उपयोग करके समस्याओं का समाधान करना आदि शामिल है। इस कोर्स के माध्यम से छात्रों को फिजियोथेरेपी का विज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक और तकनीकी गहरा ज्ञान प्राप्त होता है।

Physiotherapy course in hindi
Physiotherapy course in hindi

अगर आप फिजियोथैरेपी से जुड़े तथ्यों से अवगत हो चुके हो। फिजियोथैरेपी में करियर बनाने हेतु छात्र को 12वीं में विज्ञान (PCB) विषय का पढ़ना आवश्यक है और आप फिजियोथैरेपी कोर्स करके फिजियोथैरेपी फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आपके पास फिजियोथैरेपी कोर्स में प्रवेश पाने के निम्नलिखित रास्ते है आप चाहे तो इन कोर्स को कर फिजियोथैरेपी में अपना करियर बना सकते है।

डिप्लोमा इन फिजियोथेरेपी (DPT)
बैचलर इन फिजियोथैरेपी (BPT)
मास्टर इन फिजियोथेरेपी (MPT)

12वीं के बाद फिजियोथेरेपी कोर्स

12वीं के बाद फिजियोथेरेपी कोर्स (Physiotherapy Courses After 12th) यहां अंडरग्रेजुएट फिजियोथेरेपी कोर्स (Undergraduate Physiotherapy Courses) (डिप्लोमा प्रोग्राम सहित) की एक सूची दी गई है, जिसे आप 12वीं कक्षा के बाद चुन सकते हैं:

कोर्स का नामकोर्स का प्रकारअवधिपाठ्यक्रम फीस

1. बैचलर ऑफ फिजियो फिजिकल थेरेपी

स्नातक की डिग्रीचार वर्षINR 1,00,000 - INR 5,00,000
2. बैचलर ऑफ साइंस इन फिजियोथेरेपी 

स्नातक की डिग्री3 वर्षINR 1,00,000 - INR 5,00,000
3. बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी

स्नातक की डिग्री3-5 सालINR 4,00,000
4. फिजियोथेरेपी में डिप्लोमा

स्नातक डिप्लोमा2-3 सालINR 10,000 से INR 5 लाख
5. बैचलर ऑफ वेटरनरी मेडिसिन

स्नातक की डिग्री5 वर्ष (इंटर्नशिप सहित) 6,500 से INR 2.24 लाख

 स्नातकोत्तर फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम (Postgraduate Physiotherapy Courses) यहां स्नातकोत्तर फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रमों की एक सूची दी गई है, जिसे आप अपनी स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद चुन सकते हैं:

कोर्स का नामकोर्स का प्रकारअवधिपाठ्यक्रम फीस
1. मास्टर इन फिजियोथेरेपी,परास्नातक उपाधि2 सालINR 2 लाख से INR 7 लाख

2. एमएससी इन फिजियोथेरेपी,परास्नातक उपाधि2 साल35,000 से INR 2.5 लाख

3. मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी (न्यूरोलॉजी),

परास्नातक उपाधि2 सालINR 30,000 से INR 5 लाख

4. फिजियोथेरेपी में एमडी,

परास्नातक उपाधि3 वर्षINR 10 लाख से 25 लाख
5. स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपी में मास्टर ऑफ फिजियोथेरेपी,

परास्नातक उपाधि2 सालINR 2 लाख से INR 7 लाख
6. स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपी में पीजी डिप्लोमा,

स्नातकोत्तर1 साल----
7. फिजियोथेरेपी में पीएचडी,डॉक्टरेट की उपाधि2 सालINR 5,000 से 25 लाख

 

फिजिओथेरपी कोर्स क्यों करें

फिजिओथेरपी कोर्स करने के कई कारण हो सकते हैं। यह एक प्रकार की चिकित्सा प्रणाली है जिसमें शारीरिक चिकित्सा और व्यायाम का संयोजन किया जाता है ताकि रोगी को उनकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार करने में मदद मिले। यहाँ कुछ कारण हैं जिनके लिए कोई व्यक्ति फिजिओथेरपी कोर्स कर सकता है:

चिकित्सा स्वास्थ्य सुधारने के लिए: फिजिओथेरपी कोर्स करने वाले व्यक्ति चिकित्सा पेशेवर के रूप में विकसित हो सकते हैं और लोगों की शारीरिक समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं, जैसे कि चोट, घाव, गठिया, या वायरस संक्रमण के बाद की रिहैबिलिटेशन।

खेलों और एथलीटिक्स में करियर: फिजिओथेरपी कोर्स करने वाले व्यक्ति खेलों और एथलीटिक्स में एक करियर बना सकते हैं, क्योंकि वे खिलाड़ियों को चिकित्सा सहायता देने के लिए प्रशिक्षित होते हैं।

शारीरिक स्वास्थ्य के साथ संवाद: फिजिओथेरपी कोर्स करके, आप लोगों के साथ बेहतर स्वास्थ्य के लिए काम कर सकते हैं और उन्हें उनके शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।

सेवा और समर्पण: फिजिओथेरपी कोर्स करके, आप समाज की सेवा करने का मौका प्राप्त कर सकते हैं और लोगों की बेहतर स्वास्थ्य की दिशा में योगदान कर सकते हैं।

रोजगार के रूप में स्वतंत्रता: फिजिओथेरपिस्ट्स कई बार निजी रूप से अपना क्लिनिक चला सकते हैं और अपने अपने व्यवसाय को संचालन कर सकते हैं,

स्वास्थ्य के क्षेत्र में करियर: फिजिओथेरपी कोर्स करने के बाद, आप स्वास्थ्य सेक्टर में रोजगार पाने का मौका प्राप्त कर सकते हैं और एक स्वास्थ्य कैरियर बना सकते हैं। फिजिओथेरपी कोर्स करने के बाद, आप एक प्रमाणित फिजिओथेरपिस्ट बन सकते हैं और रोजगार के अवसरों का आनंद उठा सकते हैं।

इन सभी कारणों के लिए फिजिओथेरपी कोर्स करने का मतलब है कि आप शारीरिक स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में योग्यता हासिल कर सकते हैं और लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।

फिजियोथेरेपी कोर्स प्रवेश परीक्षा

फिजियोथेरेपी कोर्स में प्रवेश पाने के लिए आपको जिन प्रवेश परीक्षा से गुजरना होगा उनके बारे में हमने आपको हमारे पोस्ट के इस भाग में विस्तार से बताया है तो आप इसे जरा ध्यान से पढ़िएगा कहीं कोई जरूरी जानकारी आपसे मिस ना हो जाए। तो चलिए जानते है कि आखिर आपको फिजियोथेरेपी कोर्स में प्रवेश लेने से पहले किन परीक्षा से गुजरना होगा।

आपको बता दें की भारत में ज्यादतर मेडिकल कॉलेज प्रवेश परीक्षा में छात्रों द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर फिजियोथेरेपी यूजी और पीजी सीटों की पेशकश करते हैं। फिजियोथेरेपी के क्षेत्र में उच्च शिक्षा लेने और फिजियोथेरेपी में करियर बनाने के इच्छुक उम्मीदवारों के बीच सबसे लोकप्रिय प्रवेश परीक्षा में निम्नलिखित शामिल हैं:-

  • IPU CET IPU CET :- इस परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवारों की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए और उसने अपनी 12 बोर्ड परीक्षा या समकक्ष परीक्षा पूरी की हो। विषय के बारे में हमने पहले ही बता चुका है।
  • IEMJEE IMEJEE :-  इस परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवारों की आयु 17 वर्ष से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए है। प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए, कोलकाता और जयपुर के उम्मीदवारों के पास डोमिसाइल प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है। साथ ही, उम्मीदवार को मुख्य विज्ञान विषयों यानी भौतिकी, जीव विज्ञान और रसायन विज्ञान में 60% कुल अंकों के साथ (10+2) उत्तीर्ण होना चाहिए और अंग्रेजी में कम से कम 30% कुल अंक होने चाहिए।
  • BCECE :-  बीसीईसीई प्रवेश परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों के लिए न्यूनतम आयु मानदंड 17 वर्ष है। साथ ही, उम्मीदवारों को जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिकी में न्यूनतम 50% कुल अंकों के साथ (10 + 2) उत्तीर्ण होना भी अनिवार्य है।
  • LPUNEST LPUNEST :-  इस परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवारों को कम से कम 60% कुल अंकों के साथ (10 + 2) बोर्ड या समकक्ष उत्तीर्ण करने की आवश्यकता है।
  • VEE :- VEE परीक्षा के लिए पात्र होने के लिए, उम्मीदवारों को मुख्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित के साथ (10+2) उत्तीर्ण होना चाहिए।

इनके अलावा, देश में फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रमों के लिए अन्य प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं में शामिल हैं:

  • राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET)
  • सीएमसी वेल्लोर पैरामेडिकल
  • जेआईपीएमईआर पैरामेडिकल
  • जामिया मिलिया इस्लामिया पैरामेडिकल
  • एम्स पैरामेडिकल
  • बीएचयू बीपीटी
  • जामिया हमदर्द पैरामेडिकल
  • एमिटी बीपीटी
  • मणिपाल प्रवेश परीक्षा (MET)

BPT फिजिओथेरपी कोर्स

हम यह आपको BPT कोर्स के बारे में जानकारी देंगे जो आपके लिए इस फिजियोथैरेपी कोर्स को और ज्यादा तथा अच्छे से समझने में आपकी मदद करेगा। usefulgyan.com के इस blog post में आप आगे जानेंगे की फिजियोथैरेपी कोर्स BPT क्या है और BPT कोर्स क्यों करें? तो चलिए जानते है इस फिजिओथेरपी कोर्स के बारे में.....

BPT कोर्स क्या है?

BPT एक मेडिकल कोर्स है जिसमें फिजियोथेरेपी के बारे में विस्तार से सिखाया और पढ़ाया जाता है। यह एक बैचलर डिग्री होती है। इसका संबंध ह्यूमन बॉडी मूवमेंट से होता है। इसमें सिखाया जाता है कि बॉडी मूवमेंट से जुड़ी परेशानियों को कैसे ठीक किया जाता है।

मूवमेंट से जुड़ी परेशानियों का अर्थ है कि ऐसी दिक्कतें जिनमें व्यक्ति को चलने फिरने में दर्द महसूस होता हो। BPT कोर्स में ऐसी तकनीकें सिखाई जाती हैं जिनके द्वारा व्यक्ति को बिना किसी दवाई या गोली के केवल एक्सरसाइज़ के द्वारा ही ठीक किया जा सके। BPT कुल चार साल का कोर्स होता है, जिसमें कुल 8 सेमेस्टर होते हैं।

कोर्सBPT
फुल फॉर्मबैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी
फील्डमेडिकल
डिग्रीबैचलर डिग्री
कोर्स की अवधि4 साल
न्यूनतम योग्यताबायोलॉजी के साथ साइंस स्ट्रीम से बारहवीं

BPT कोर्स क्यों करें?

BPT का मतलब होता है "बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी" और यह एक प्रोफेशनल कोर्स है जो रोगों के इलाज में खास भूमिका निभाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। आप यह फिजिओथेरपी से जुड़ा BPT कोर्स को कई कारणों से कर सकते हैं:-

प्रोफेशनल कैरियर: फिजिओथेरपी कोर्स BPT करने के बाद, आप एक प्रोफेशनल थैरेपिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं। आप अस्पतालों, क्लिनिक्स, फिजियोथेरेपी सेंटर्स, व्यक्तिगत अथवा अस्पताल क्षेत्रों में रोगियों के इलाज में मदद कर सकते हैं।

सेवा की भूमिका: BPT कोर्स करने से आप लोगों की सेवा कर सकते हैं और उनकी स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। यह आपको सामाजिक और नैतिक संवेदनाओं के साथ काम करने का अवसर प्रदान करता है।

साक्षरता: इस कोर्स को करने से आप शारीरिक थेरेपी और एक्सरसाइज साइंस में गहरे ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं, जिससे आपके पास शारीरिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में दूसरों के मुकाबले साक्षरता और अधिक ज्ञान होगा।

साक्षरता का उपयोग: आप BPT कोर्स करके स्वयं का स्वास्थ्य भी बेहतर बना सकते हैं और दोस्तों और परिवार के साथ फिट रहने के उपायों का प्रयास भी कर सकते हैं।

करियर के विकास: BPT कोर्स करने के बाद आपके पास विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसर होते हैं, जैसे कि अनुसंधान, शिक्षा, स्वास्थ्य उत्पादों के विकास, या आपका खुद का प्राइवेट प्रैक्टिस स्थापित करने का अवसर होता है।

आवश्यक डिग्री: यदि आप एक थैरेपिस्ट के तौर पर विदेश में काम करना चाहते है तो कुछ देशों में, BPT कोर्स डिग्री का आपके पास होना अवश्यक होता है।

BPT कोर्स आपके पेशेवर कैरियर के अवसरों को बढ़ा सकता है और स्वास्थ्य के क्षेत्र में आपको अपने कौशलों का उपयोग करने का मौका प्रदान कर सकता है। यदि आपका रुझान स्वास्थ्य और फिजियोथेरेपी की ओर है, तो आपका BPT फिजिओथेरपी कोर्स करने का विचार आपके लिए बिल्कुल अच्छा हो सकता है।

BPT कोर्स करने के लिए योग्यता की आवश्यकता

BPT का कोर्स करने लिए ज़रूरी योग्यता इस प्रकार है:

BPT कोर्स करने के लिए आपके पास निम्नलिखित योग्यता होनी ज़रूरी है :
BPT कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपके बाराहवीं में कम से कम 50% मार्क्स होने ज़रूरी हैं।
बारहवीं में साइंस स्ट्रीम के साथ बायोलॉजी विषय होना ज़रूरी है।
बारहवीं में इंगलिश सबजेक्ट ज़रूर होना चाहिए।
विदेश में इस कोर्स को करने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL के अंक अनिवार्य हैं।

BPT के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?

BPT का कोर्स करने लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:

  • जब आप आवेदन पत्र डाउनलोड कर लेते हैं, तो आपको उसमें अपनी जानकारी भरनी होगी, जिसमें आपका नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि, पता, शैक्षणिक विवरण और अन्य जानकारी शामिल होगी। आवेदन पत्र में आपको भी आपके शैक्षणिक योग्यता के आधार पर अपनी उपस्थिति के लिए जाँच के लिए संबंधित दस्तावेजों को संलग्न करने की जरूरत होगी।
  • BPT प्रोग्राम के लिए एनरोल कर रहे कैंडिडेट का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना आवश्यक है। कुछ युनिवर्सिटीज़ मेरिट बेस यानी आपकी बारहवीं के एग्ज़ाम में आये मार्क्स को ध्यान में रखकर भी एडमिशन स्वीकार करते हैं जिसे कट ऑफ के अनुसार एडमिशन कहा जाता है।
  • कई युनिवर्सिटीस आपके एंट्रेंस एग्ज़ाम रिज़ल्ट अनुसार डायरेक्ट एडमिशन भी देतीं हैं जबकि कुछ उसके बाद भी एडिशनल चीज़ों के मुताबिक़ सेलेक्शन किया करतीं हैं जिसमें ज़्यादातर ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू शामिल होतें हैं।
  • रिजल्ट आने के बाद,काउंसिलिंग के लिए रजिस्टर करें और प्रोसेस फॉलो करें।
  • अपने चुनें गए कॉलेज और कोर्स को काउंसिलिंग में सेलेक्ट करें।
  • रजिस्टर करें और दस्तावेज़ जमा कराएं।

BPT कोर्स करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट

BPT कोर्स में अप्लाई करने के लिए छात्र को नीचे दिए गए दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी-

  • 10वीं और 12वीं उत्तीर्ण की मार्कशीट।
  • ग्रेजुएशन उत्तीर्ण की मार्कशीट।
  • भरा गया ऍप्लिकेशन फॉर्म।
  • कॉलेज छोड़ने का सर्टिफिकेट।
  • हेल्थ सेक्टर में डिप्लोमा या वर्क एक्सपीरियंस की कॉपी।
  • भारतीय नागरिकता का प्रमाण जिसमें जन्म पत्री या पासपोर्ट हो सकता है।
  • किसी मान्यता प्राप्त डॉक्टर द्वारा दिया गया ‘फिज़िकल फिटनेस सर्टिफिकेट’
  • विदेश में पड़ने के लिए जाने वाले छात्र का पासपोर्ट और वीज़ा।
  • कैंडिडेट की 5 पासपोर्ट साइज़ फोटो।
  • लैंग्वेज टेस्ट स्कोर शीट IELTS, TOEFL आदि।
  • Statement of Purpose (SOP) जमा कराएं।
  • Letters of Recommendation (LORs). जमा कराएं।

BPT का कोर्स कराने वाली भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

BPT Course Details in Hindi कराने वाली भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज के नाम ये हैं-

  • श्री रामचन्द्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, चेन्नई
  • जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
  • कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मंगलोर
  • क्रिश्चन मेडिकल कॉलेज, लुधियाना
  • एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेकनोलॉजी, चेन्नई
  • चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी,चंडीगढ़
  • अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, चिदम्बरम
  • डॉ. डी वाई पाटिल विद्यापीठ,पुणे

BPT के लिए प्रवेश परीक्षाएं कौन-कौन सी होती हैं?

BPT कोर्स में एडमिशन के लिए निम्नलिखित प्रवेश परीक्षाएं आवश्यक होती हैं-

  • NEET (National Eligibility cum Entrance Test): NEET परीक्षा भारत में चिकित्सा में प्रवेश के लिए सबसे प्रसिद्ध परीक्षा है। NEET UG द्वारा, छात्रों को बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT) के लिए प्रवेश लेने के लिए योग्यता प्राप्त करनी होती है।
  • AIIMS BPT Entrance Exam: इस परीक्षा को ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) द्वारा आयोजित किया जाता है। AIIMS BPT प्रवेश परीक्षा के माध्यम से, छात्रों को एम्स में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी के लिए प्रवेश के लिए योग्यता प्राप्त करनी होती है।
  • JIPMER BPT Entrance Exam: जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) द्वारा आयोजित किया जाता है। JIPMER BPT प्रवेश परीक्षा के माध्यम से, छात्रों को JIPMER में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी के लिए प्रवेश के लिए योग्यता प्राप्त करें।

BPT के बाद करियर स्कोप

BPT कोर्स के लिए करियर स्कोप इस प्रकार हैं:

  • BPT कोर्स करने के बाद आप चाहें तो किसी हॉस्पिटल में फिजियोथेरेपिस्ट बन सकते हैं।
  • आप चाहे तो सरकारी हॉस्पिटल में भी फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में जॉब कर सकते हैं।
  • आप क्रिकेट या किसी अन्य स्पोर्ट्स टीम के साथ जुड़कर फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में काम भी कर सकते हैं।
  • आप चाहे तो अपना खुद का क्लिनिक भी खोल सकते है।
  • आप किसी शिक्षण संस्थान में फिजियोथेरेपी के टीचर बन सकते हैं।

जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी

  • सरकारी अस्पतालों या स्वास्थ्य संस्थानों में फिजियोथेरेपिस्ट
  • निजी अस्पतालों या क्लिनिकों में फिजियोथेरेपिस्ट
  • स्वास्थ्य और रिहैबिलिटेशन सेंटरों में फिजियोथेरेपिस्ट
  • स्पोर्ट्स टीमों या स्पोर्ट्स संघों में फिजियोथेरेपिस्ट
  • शिक्षण संस्थानों में फिजियोथेरेपी के टीचर

फिजियोथेरेपिस्ट की सैलरी उनके काम के क्षेत्र और अनुभव के आधार पर भिन्न होती है। सरकारी सेक्टर में फिजियोथेरेपिस्टों की शुरुआती सैलरी लगभग मासिक INR 20,000 से शुरू होती है जो अनुभव और क्षेत्र के अनुसार बढ़ती है। निजी क्षेत्र में, सैलरी भी आपके काम के अनुसार भिन्न होगी।

शिक्षण संस्थानों में फिजियोथेरेपी के टीचर की सैलरी लगभग INR 25,000-35,000 प्रति माह होती है। प्राइवेट हॉस्पिटल में फिजियोथरेपिस्ट की सैलरी अच्छी होती है। एक प्राइवेट हॉस्पिटल के फिजियोथेरेपिस्ट की सैलरी शुरुआत में INR 40,000-50,000 महीने तक हो सकती है। इसके अलावा किसी स्पोर्ट्स टीम के फिजियोथेरेपिस्ट की सैलरी INR 1-2 लाख मासिक तक हो सकती है।